tag:blogger.com,1999:blog-8929764135371179724.post2685959807745712143..comments2024-01-27T01:32:55.264-08:00Comments on विहान: आती रोज गिलहरीगिरिजा कुलश्रेष्ठhttp://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8929764135371179724.post-44378322217473233842022-08-12T02:21:37.682-07:002022-08-12T02:21:37.682-07:00बहुत आभार जितेन्द्र जी . आप ब्लाग पर आए कविता पढ़ी...बहुत आभार जितेन्द्र जी . आप ब्लाग पर आए कविता पढ़ी और अपनी बहुमूल्य राय दी ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8929764135371179724.post-56357299411481229952022-08-11T22:12:39.375-07:002022-08-11T22:12:39.375-07:00गिलहरी एक मनभावन प्राणी है जिसकी चंचल किन्तु निर्द...गिलहरी एक मनभावन प्राणी है जिसकी चंचल किन्तु निर्दोष गतिविधियां मन को हर्षा देती हैं। आपने हृदय विजित कर लेने वाली ऐसी सुंदर कविता रची है जिसे पढ़ते समय लगता है जैसे अपने समक्ष एक जीती-जागती गिलहरी को किलोलें करते देख रहे हों।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.com