बुधवार, 7 दिसंबर 2022

तू मेरे जीवन में

(ईशान के लिये )

8.12.2022 

जैसे पूनम चाँद गगन में

तू मेरे जीवन में .

जैसे फुलवारी उपवन में .

तू मेरे जीवन में .


रूप रुपहले पंख पसारे .

सूरज उतरा नदी किनारे .

बिखरे शंख सीपियाँ चुनने

धूप का झोला बगल दबा रे .

इन्द्रधनुष के रंग पुलिन में

तू मेरे जीवन में .

 

जैसे चिड़ियाँ गाएं भोरें .

उमड़ें नदिया पवन हिलोरें

हौले पलकें खोल पाँखुरी ,

गीत रच गए नए नकोरे .

जैसे खुशबू मिली पवन में

तू मेरे जीवन में .

 

जिस दिन तू बाँहों में आया

आँखों में आकाश समाया .

खुशियाँ मेरे आजू बाजू ,

देख मुझे जब तू मुस्काया .

अन्तर के स्वर आराधन में ,

तू मेरे जीवन में .


टहनी टहनी पात उतारे  

हवा सरर सर गली बुहारे 

अगवानी करने वसन्त की

अँकुराए है पल्लव प्यारे .

ज्यों उमंग धरती के मन में .

तू मेरे जीवन में .


कम ना हों तेरी मुस्कानें

कर पाए जो भी तू ठाने .

उलझन कोई तुझे न रोके ,

कह पाए जो भी तू माने .

राग और सुर ज्यों गायन में ,

तू मेरे जीवन में .

2 टिप्‍पणियां:

  1. दीदी! अब तो मेरा शब्द सामर्थ्य भी चुक गया सा लगता है... कितना भाग्यशाली है वह शिशु, जिसे यह अनमोल निधि जन्मदिवस के उपहारस्वरूप प्राप्त हुई। इस जगत में कोई भी उपहार इसकी तुलना में तुच्छ है। मेरी ओर से भी ईशान को शतायुष्य भव का आशीष!!

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  2. ब्लाग सूना पड़ा था . आपने आकर आबाद कर दिया. आपके शब्द कभी चुक ही नहीं सकते.

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